विजयादशमी के दिन
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना
हुई थी । स्थापना के 98 वें वर्षगांठ
के अवसर पर प्रांत संघचालक डॉ.
पूर्णेन्दु सक्सेना ने शस्त्र पूजन कर
अपनी शुभकामनाएं दी। इस अवसर
पर स्वयंसेवकों ने पथसंचलन किया। विजयादशमी
उत्सव में संबोधित करते हुए डॉ. पूर्णेन्दु सक्सेना ने
कहा कि, शक्ति उपासना समाज को कठिनाइयों का
सामना करने का संबल देता है। समाज में शक्ति का
एक महत्वपूर्ण स्रोत व्यक्ति है इसलिए डॉ. हेडगेवार
शाश्वत राष्ट्रबोध
शंकर नगर, रायपुर.
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने संघ के माध्यम से व्यक्ति
निर्माण के कार्य प्रारंभ किया जो
सतत शाखा के माध्यम से चल रहा
हैं। उन्होंने भारतीय सभ्यता की
सफलता के लिए पारिवारिक
व्यवस्था को उत्तरदायी बताया और
इस व्यवस्था को पश्चिमी विचार से बचाकर अक्षुण्ण
रखने की बात पर भी जोर दिया। उन्होंने गुरु शिष्य
परंपरा और मंदिरों को भी समाज का शक्ति केंद्र
बताया और अंततः उन्होंने इन सारे शक्ति केंद्रों को
सुदृढ़ करने का समाज को आवाहन किया ।
