न्यूयॉर्क। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य
सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने पूर्व पीएम शेख हसीना के
तख्तापलट के बारे में बड़ा खुलासा किया है। यूनुस ने
स्वीकार किया कि छात्र आंदोलन को पूरी तैयारी के साथ
यूनुस ने मंच पर आलम का हाथ पकड़कर परिचय कराते
हुए उसके तारीफों के पुल बांधे, जिसमें अमेरिका के पूर्व
राष्ट्रपति बिल क्लिंटन भी उपस्थित थे।
TABE
अंजाम दिया गया था। न्यूयॉर्क में क्लिंटन ग्लोबल NCRBAL INITIATIVE
इनिशिएटिव में यूनुस ने भरी सभा में बताया कि इस
आंदोलन का मास्टरमाइंड 29 साल का छात्र महफूज
आलम था। आलम के नेतृत्व की तारीफ करते हुए यूनुस
ने कहा, आंदोलन को इतनी कुशलता से चलाया गया कि
हसीना सरकार को भनक तक नहीं लगी। यूनुस ने
आलम के बारे में कहा, वे भी किसी अन्य युवा की तरह
ही दिखते हैं, जिन्हें आप पहचान नहीं पाएंगे। लेकिन जब
आप उन्हें काम करते हुए देखेंगे, जब आप उन्हें बोलते
हुए सुनेंगे, तो हिल जाएंगे। अब आलम नया बांग्लादेश
बना रहे हैं। बता दें कि बांग्लादेश में छात्रों के हिंसक
प्रदर्शनों के बाद अगस्त को शेख हसीना को पीएम पद
को छोड़कर भारत में शरण लेना पड़ा। 8 अगस्त को
मोहम्मद यूनुस अंतरिम सरकार मुखिया के बने थे।
अब यूनुस का विशेष सहायक है आलम, हर
निर्णय में दखल रखता है
छात्र आंदोलन से बांग्लादेश की राजनीति में
चमकने वाला आलम अब यूनुस का विशेष सहायक
है। सरकार के मुखिया यूनुस के हर निर्णय में आलम
की भूमिका रहती है। आलम ने पुलिस हड़ताल को
तुड़वाने में अहम भूमिका निभाई। आलम को अब्दुल्ला
(ईश्वर का सेवक) के नाम से भी जाना जाता है।
